View Single Post
बुलाने पे भी न वो रूका, मेरी ख़ामोशी ही अच्छी &
Old
  (#1)
Baghbaan
Registered User
Baghbaan is a name known to allBaghbaan is a name known to allBaghbaan is a name known to allBaghbaan is a name known to allBaghbaan is a name known to allBaghbaan is a name known to all
 
Offline
Posts: 112
Join Date: Nov 2010
Location: Delhi
Rep Power: 20
बुलाने पे भी न वो रूका, मेरी ख़ामोशी ही अच्छी & - 21st March 2018, 11:43 AM

बुलाने पे भी न वो रूका, मेरी ख़ामोशी ही अच्छी थी
अगर मैं होश में न था तो वो बेहोशी ही अच्छी थी l

किसी के वास्ते जीना, उसी के वास्ते मरना
यूँ चुप रहना भी क्या रहना, थोड़ी सरगोशी ही अच्छी थी l

जुदा होना भी मुश्किल था, भुला देना भी मुश्किल है
तेरा यूँ देख कर मुड़ जाने से फरामोशी ही अच्छी थी l

कहां से आना कहां को जाना किसे मालूम होता है
तूफां से आने के पहले की “यश” वो ख़ामोशी ही अच्छी थी l

(जसपाल)
Baghbaan
(
सरगोशी- शिकायत ..फरामोशी – भूलना
   
Reply With Quote