22nd December 2015, 09:59 PM
कौन खरीदेगा अब हीरों के दाम में तुम्हारें आँसू,
वो जो दर्द का सौदागर था मोहब्बत छोड़ दी उसने.
Very nice madhu jeee....
एक हाथ में दिल उनके एक हाथ में खंजर था
चेहरे पे दोस्त का मुखौटा अजीब सा मंजर था
Arvind Saxena
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