अपनी ही सदा सुनाई नही देती -
3rd September 2009, 11:11 PM
अपनी ही सदा सुनाई नही देती
दुनियां तुझ को यहा दुहाई नही देती.
जा रही है ज़िन्दगी बस गम लेकर
हर मोड पर ये सफ़ाई नही देती,
चलते रही तेरे बिना अन्धेरो मे
इन राहो मे रोशनी दिखाई नही देती,
चीख-चीख कर कहती है आवाज़
प्यार की खामोशी सुनाई नही देती.
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"होने को कुछ "
होने को कुछ हुआ नही है
तेरे लबो पे दुआ नही है,
ऐसा कोई कांटा नही
जिस ने कलियो को छुआ नही है,
होने मारा है मुझको यहां
और बचा क्या जो हुआ नही है,
जल रही ज़िन्दगी लकडी बन के
इस आग मे उठा धुआं नही है.
Ajay Nidaan (09630819356)
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Kisi ek chehare ki talash me bhatakti rahee zindagi
par mila nahi zindagi ko apni pahchaan ka chehara.
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