इस होली पर................ -
26th March 2013, 11:52 AM
चलो दोस्तों, इस होली को रंगीन बनाएंगें
हम सब मिलकर, ये कदम उठाएंगें
चलो दोस्तों, इस होली को रंगीन बनाएंगें
इंसानियत और भाईचारे का रस घोलकर
एक- दूसरे के दर्द का एहसास कराएंगें
चलो दोस्तों, इस होली को रंगीन बनाएंगें
बेशक सरहदों की सीमाएं बीच हो हमारें
मजहब से कोई वास्ता नहीं,
बस दिलों को, दिल के पास लाएंगें
चलो दोस्तों, इस होली को रंगीन बनाएंगें
बस करों, ठहरों, बहुत खून बह चुका है इस लड़ाई में
हर लब पर लानी है मुस्कान
हर चेहरें से उदासी भगाएंगें
चलो दोस्तों, इस होली को रंगीन बनाएंगें
जो अपने रूठ गए हैं
जो हाथ-हाथों से छूट गए हैं
देकर वास्ता उन्हें अपने सच्चे का, फिर से मनाएंगें
चलो दोस्तों, इस होली को रंगीन बनाएंगें
बीज नफरत का किसी को बोने न देंगें
बहुत रो चुके हैं, और किसी को रोने न देंगें
जात-पात, ऊँच-नीच, के भेदभाव को धरती से मिटाएंगें
चलो दोस्तों, इस होली को रंगीन बनाएंगें !!
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