तुम्हारे पैरों की आहट सुनकर मैने जिन्दगी से कहा था --
अभी दरवाजा बन्द मत करो हयात ,
रेगिस्तान से किसी के कदमों की आवाज आ रही है !
पर आज तुम्हारे पैरों की आवाज सुनाई नही दे रही है !
अब जिन्दगी से क्या कहूं कि सारे दरवाजे बन्द कर ले .....?
- अमृता प्रीतम