व्यकित ने पूछा - अच्छाई क्या है ?
जानकार ने कहा- जिस मे बुराई का समावेश
कम है उसे अच्छाई कहते है.
फ़िर बुराई क्या है ?
जानकार ने कहा- जिस मे अच्छाई का समावेश
कम है उसे बुराई कहते है.
व्यकित ने पूछा - तो क्या दुनियां मिलावटी है
जानकार ने कहा- नही तो मिलावटी बिल्कुल नही.
व्यकित ने पूछा - फ़िर इसे क्या कहेगे ?
जानकार ने कहा - दुनियां मे ऐसी बहुत सी बाते,
रिश्ते, दर्द, और फ़र्ज़ ये सभी एक दूसरे के पूरक है
यदि इनके पूरक नही होगे तो इनका भी कोई महत्व
नही होगा इस लिये अपने स्वभाव को दुनियां के
अनुसार बनाओ मगर उसमे घुल मत जाना वरना
लोग तुम्हारी पहचान को वो नाम नही देगे जिसके
तुम वाकई मे हकदार हो.