देश की हित और जनता के लिये सोचना -
18th September 2009, 11:07 PM
य़दि आप किसी के बारे मे कुछ कहते है खासतौर से उसके सामने तो इससे आपकी साफ़गोई झलकती है.लेकिन किसी के रिश्ते को लेकर अटकले और अफ़वाहे लगाना और कुछ कहने से आपकी मानसिकता का पता जरुर चल जाता है कि ये आदमी किस स्तर का होगा और इसकी क्या सोच होगी इतना काफ़ी है तुम्हारे चरित्र और चेहरे दोनो को बेनकाब करने के लिए.
शारीरिक गुलामी से मानसिक गुलामी भयंकर है पहले यहा से तो आजाद हो फ़िर देश की हित और जनता के लिये सोचना . aaj ke haalaat par
Ajay Nidaan (09630819356)
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Kisi ek chehare ki talash me bhatakti rahee zindagi
par mila nahi zindagi ko apni pahchaan ka chehara.
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