नेता जी जब किसी शॉप पे चड्ढी लेने जायेंगे
नेता जी जब किसी शॉप पे चड्ढी लेने जायेंगे
आँख मीच के खींच के फोटु हम भी खबर बनाएंगे
जूता चप्पल कच्छा कंघी साहब जब भी लेंगे मोल
बड़े अमीरों के आगे हम बिना मोल बिक जायेंगे।
हमने क्या लेना है यारो भूखमरी महंगाई से
हमें तो पैसे जूता चाट के कच्छा सूंघ मिल जायेंगे।
बड़े बड़े हों बूट सूट नकटाई वाले साहबों के
नाक रगड़ कर दण्डवत कर पैरों में बिछ जायेंगे ।
जितने पैसों में गरीब का बच्चा पूरे साल पढ़े
उतने पैसों में साहब को जूते नए दिलायेंगे ।
मोटा हैडिंग खबर छाप के बिन पालिश के हम मित्रो
साहबों के जूते चप्पल को बिन पालिश चमकाएंगे ।
पूंछ हिलाने का साहब के आगे मौका क्यों छोड़ें ?
पूंछ हिलाने से ही पैसे इश्तिहार के आएंगे ।
जनता जाये भाड़ में हम चमची साहबों की मरेंगे
चरण अमीरों के चुम्बन कर बड़े पत्रकार कहलायेंगे ।
आटा रोटी दाल किताबें भाड़ में जाएँ सब किस्से
बेशर्मी की हर हद कोमल पार तभी कर पाएंगे ......
जय जूता जय मुर्गी पउआ
विचार निसंकोच भेजें ।
परवीन कोमल प्रधान प्रेस क्लब पटियाला ।
09876442643
parveenkomal@parveenkomal.com