मैं क़लमकार हूँ जवाबों का -
3rd October 2023, 07:10 PM
मैं क़लमकार हूँ जवाबों का
मुझको चिट्ठा दो तुम सवालों का |
क़लमकार- Penman
बेनतीजे हैं जिन की ताबीरें
फ़ायदा क्या है ऐसे ख़्वाबों का |
ताबीरें- Descriptions
रोका है तीरगी ने अपना क़दम
कुछ न बिगड़ेगा अब उजालों का |
तीरगी- Darkness
अपने वादे से तू ना मुकरेगा
है यक़ीं मुझको तेरी बातों का |
दूर तुझसे मैं जा नहीं सकता
यह असर है तेरी निगाहों का |
ख़ैर मक़दम हमेशा करता हूँ
तेरी हिम्मत का, ठोस इरादों का |
ख़ैर मक़दम- Welcome
उनकी हालत पे छोड़दो उनको
क्या करे कोई बेवफ़ाओं का |
बेवफ़ाओं- Unfavourable Persons
बाद मुद्दत के तेरे आने से
आया मौसम यहाँ बहारों का |
मुद्दत- Long time, बहारों- Spring
अनगिनत हैं फ़लक में वह परवाज़
फिर भी मज़हब नहीं सितारों का |
फ़लक- Sky, परवाज़- Pen name of poet
मज़हब- Religion
Composed by Mujeeb Parwaaz
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