आज कल की सोच ने इन्सान को इस कदर -
12th September 2009, 09:30 PM
आज कल की सोच ने इन्सान को इस कदर अंन्धा कर दिया है कि वो किसी का भला नही कर सकता तो बुरा भी करने का हक उसे नही है लेकिन ये समाज की हवा का रुख न जाने आने वाली पीढी को किस दिशा मे ले जाकर छोडेगा पता नही कब देखेगे हम अपने अन्दर जिससे कुछ बदलने के आसार दिखाई दे या अपनी ज़मीर की आवाज़ तो सुनाई दे. जैसे कभी न देखने की कसम उठा ली हो हमने विरासत मे.
Ajay Nidaan (09630819356)
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Kisi ek chehare ki talash me bhatakti rahee zindagi
par mila nahi zindagi ko apni pahchaan ka chehara.
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